बिहार का इतिहास क्या है दोस्तों बिहार देश के सबसे पुराने राज्यों में से एक है और हम बात करने जा रहे हैं एक सौ तीन साल पुराने इस राज्य से जुड़े उन्हें

बिहार का इतिहास क्या है दोस्तों बिहार देश के सबसे पुराने राज्यों में से एक है और हम बात करने जा रहे हैं एक सौ तीन साल पुराने इस राज्य से जुड़े उन्हें

बोधगया और पावापुरी में लोग शांति प्राप्त करने के लिए आते थे और आज भी आते हैं दोस्तों दुनिया का सबसे पहला गणराज्य बिहार के वैशाली में स्थापित किया गया था 

भारत के चार महान राजा इसी राज्य से थे समुद्र को सम्राट अशोक, राजा विक्रमादित्य और चंद्रगुप्त मौर्य पुरातन काल में संस्कृति और सत्ता के बारे में अध्ययन करने के लिए दुनियाभर से लोग बिहार आया करते थे 

पुराण काल में बिहार देश की व्यापारिक राजधानी हुआ करती थी तब देश का 40% व्यापार सिर्फ मगध वैशाली, मिथिला, विदेह, अंग सात के प्रदेश विज्जी और जनक से हुआ करता था  

भारतीय सभ्यता की असली तस्वीर पाटलिपुत्र से ही उभरी थी नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है बौद्ध और जैन धर्मों के अलावा सिख धर्म की जड़ें भी यहीं से जुड़ी है 

गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ था  अस्सी के दशक तक बिहार के मिथिलांचल में श्रीराम को भगवान नहीं माना जाता था हालांकि अब कुछ लोग यहाँ भगवान राम की पूजा करने लगे हैं 

दरअसल, उस वक्त यह कहा जाता था भगवान राम यहाँ के दामाद हैं इसलिए हम पूजा नहीं बल्कि मजाक का रिश्ता रखते हैं 

तो वहीं विवाह पंचमी यानी इस दिन भगवान राम और सीता की शादी हुई थी उस दिन मिथिलांचल के लोग शादी नहीं करते हैं उनका मानना है

कि ऐसा करने से कन्या ससुराल में खुश नहीं रहेंगी तो वहीं बिहार के मिथिलांचल में कुछ जगहों पर ऐसा रिवाज है जिसके अंतर्गत शादी के बाद दुल्हन के पैर धोता है 

ऐसा दुल्हन को विशेष सम्मान देने के लिए किया जाता है दोस्तों विश्व स्तर पर हुए जियोग्राफिकल एवं ऐग्रिकल्चरल सर्वे के अनुसार पूरे विश्व में सबसे ज्यादा उपजाऊ जमीन बिहार की है 

इतना सबकुछ होने के बावजूद भी बिहार और बिहारी शब्द किसी से अपरिचित नहीं है नहीं भारत में  बिहार से इतर की जनता जिसे

उपेक्षित दृष्टि से कभी मजाक के तौर पर तो कभी ताना मारने के लिए शब्द का प्रयोग करती हैं हालात ऐसे पैदा कर दिए गए कि भारत में ही कुछ स्थानों पर बिहार के लोग खुद को बिहारी कहने से डरने लगे