क्या आप कभी इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि कोई आदमी सरकारी विद्यालय से पढ़कर नीट और जेईई की परीक्षा पास कर ले या आप कभी यह सोच सकते हैं
कि कोई सरकारी विद्यालय से पढ़े और नीट और जेईई एक बार में क्रैक कर ले और अगर आप ऐसा बिहार में रहते हैं तो बिलकुल नहीं सोच सकते हैं,
लेकिन आज आपको हम उन्हें ग्यारह सौ इकतालीस बच्चों की कहानी सुनाएंगे जिन लोगों ने दिल्ली के सरकारी विद्यालय से पढ़कर नीट और जेईई की परीक्षा को पास कर लिया
आप सोचकर इस बात को हैरान हो जाएंगे क्योंकि बिहार के सरकारी विद्यालय में किस तरीके की पढ़ाई होती है, ये आपसे और हम से छुपा हुआ नहीं है
लेकिन इस बार जब नीट और जेईई की परीक्षा हुई तो दिल्ली के सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले ग्यारह सौ इकतालीस बच्चों ने नीट और jee की परीक्षा को क्रैक कर दिया
मतलब ये कि सरकारी विद्यालय में प्राइवेट विद्यालय से अच्छी पढ़ाई हो रही है और जब हमने इसके बारे में विश्लेषण किया तो मालूम चला कि वो बच्चे प्राइवेट स्कूल को छोड़कर सरकारी विद्यालय में पढ़ने आए थे
और दिल्ली के सरकारी स्कूल का मॉडल इतना शानदार है कि वहाँ पढकर उन्होंने नीट और जेईई निकाल दिया मैं दिल्ली के सरकारी स्कूल वाले मॉडल पर दिल्ली के सरकारी स्कूल का मॉडल का चर्चा हर दिन होता है
विदेश से जो लोग आते हैं वो देखना चाहते हैं कि दिल्ली में ऐसा सरकारी स्कूल कैसे बना दिया गया जो प्राइवेट स्कूलों के मुकाबले एकदम शानदार है