नमस्कार दोस्तों दोस्तों, आज हम बात करेंगे कि बिहार में कितनी कंपनियों के लगने पर मुहर लग चुका है दोस्तों, बिहार में अब औद्योगिक इकाइयों लगने जा रही है
जिनमें से की सत्तर कंपनियों ने आवेदन किया है जिसमें से पंद्रह कंपनियों को स्टेज वन क्लीयरेंस मिल चुका है
जी हाँ दोस्तों आज हम इसी के बारे में बात करेंगे कि आखिर वो कौन कौन सी कंपनियां हैं जिन्हें स्टेज वन क्लीयरेंस मिल चुका है
यानी बिहार में ये कंपनियां लग सकती है तो दोस्तों सबसे पहले बात करते हैं कि राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक विकास आयुक्त बिहार की अध्यक्षता में हुई है
बैठक में कुल सत्तर प्रस्तावो को स्टेज वन क्लीयरेंस की सहमति प्रदान की गयी इनमें संभावित निवेश की राशि 3516 करोड़ है
इन प्रस्तावकों में एथेनॉल उत्पादन की पंद्रह इकाइयों हैं जिनमें पूंजी निवेश पच्चीस सौ चौवन दशमलव तीन आठ करोड़ है और ऑक्सीजन उत्पादन संबंधित पांच इकाइयों हैं
आपको बता दें कि इनके दस प्रस्तावों पर दो सौ सत्तर दशमलव, एक पांच करोड़ रुपये के निवेश की स्वीकृति मिल चुकी है
बिहार में विकास आयुक्त आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में निवेश प्रोत्साहन की बैठक में सत्तर निवेशकों के प्रस्ताव को पारित किया गया इनमें सबसे महत्वपूर्ण है
निवेश करने वाली कंपनियों के स्तर को देखना भारत की कई बड़ी कंपनियों ने बिहार में लंबे समय के बाद निवेश करने में रुचि दिखाई है
फिलहाल बिहार में पैंतीस सौ सोलह करोड़ के सत्तर निवेश के प्रस्ताव के बाद बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन बेहद उत्साहित हैं
और वो उम्मीद ज़ाहिर करते हैं कि आने वाले इस समय में बिहार में और भी बड़े निवेशक आएँगे ये तो शुरुआत भर है दोस्तों इस बात को समझना बहुत ही जरूरी है
कि जहाँ तक सरकार अपने स्तर पर काम कर रही है वो काम अब जमीन पर दिखना भी चाहिए ऐसे बहुत सारे काम होते हैं
जो की कागजी होते हैं, लेकिन अब लोगों को चाहिए की जमीन पर वो चीजें दिखें जी जिहा दोस्तों इसी के साथ कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह भी कहते हैं
कि बिहार में कृषि के क्षेत्र में भी निवेश की बड़ी संभावना है खासकर फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में बिहार में लीची, मक्का, केला, मखाना जैसे उत्पाद खूब होते हैं
लेकिन फिलहाल बिहार में प्रोसेसिंग यूनिट नहीं होने की वजह से हमारे यहाँ कच्चा माल बाहर चला जाता है, जिसका फायदा दूसरी कंपनी उठा लेती है
जबकि बिहार के किसान और बिहार सरकार को फायदा नहीं मिल पाता तो वही सिंह ने यह भी कहा है कि बहुत जल्द बिहार में प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की कोशीश में है
और निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए सहूलियत भी देने की तैयारी की जा रही है तो हमारी शुभकामनाएँ हैं कि बिहार में जल्द से जल्द कंपनियां लगे और जमीन पर दिखे और लोगों को रोजगार
मिलना शुरू हो लोगों का पलायन रुक सके जो लोग बिहार के बाहर जाकर काम करने को विवश हैं उन्हें काम मिले और वैसे लोग जो बिहार से बाहर चले जाते है वो अपने बिहार में रुक कर काम करें