बिहार में भी अजब गजब मामले सामने आते रहते हैं जी हाँ, दोस्तों बिहार में कभी पुल हवा में उड़ जाता है तो कभी बिहार में पुल चोरी हो जाता है 

लेकिन आप एक और ऐसा ही मामला आया है जिसे सुनकर शायद आपका दिमाग चकरा जाए अब हुआ कुछ ऐसा  कि बिहार में ट्रेन ही रास्ता भटक गई उसे जाना है कहीं और था

और पहुँच गई और गई मामला गुवाहाटी से जम्मूतवी जा रही पंद्रह छे सौ तिरपन अमरनाथ एक्सप्रेस का है ट्रेन गुरुवार तड़के अपना रास्ता भूल गयी बरौनी से खुलने के बाद ट्रेन को जाना था समस्तीपुर और पहुँच गई 

विद्यापतिनगर जानकारी के बाद सोनपुर रेल मंडल के अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया विद्यापतिनगर पहुँच चुकी है 

इनको वापस बछवाड़ा लाया गया फिर उसे समस्तीपुर रवाना किया गया इस दौरान करीब एक घंटे लग गए उधर, मामले की गंभीरता को देखते हुए सोनपुर के डीआरएम नीलमणि ने बछवाड़ा स्टेशन के 

सहायक  स्टेशन मास्टर कुंदन कुमार और सूरज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए मामले में जांच का आदेश दिया है

ये कोई छोटा मोटा मामला तो है नहीं जाना कहीं और था और पहुँच गई और गयी तो ऐसे में जब ट्रेन अपना रास्ता भटक जाती है तो लोगों का दिमाग घूमने लगता है  

उसमें जो सवारी सवार होते हैं वो बेचैन होने लगते हैं और आनन फानन में बहुत बार कुछ ऐसी भी बात हो जाती है जैसे लोग घबराहट में जैसे चलती ट्रेन से उतर जाते है 

या फिर बहुत ऐसी चीजें हो सकती है इसलिए यह कोई बहुत छोटा बात नहीं है वैसे डीआरएम ने कहा है कि यह बहुत बड़ी लापरवाही है जानकारी के अनुसार अमरनाथ एक्सप्रेस सुबह चार बजकर पैंतालीस मिनट पर बरौनी से खुली थी 

ट्रेन का सीधा ठहराव समस्तीपुर था ट्रेन बछवाड़ में पांच बजकर पंद्रह मिनट पर थ्रू आउट गुजर रही थी बछवाड़ा स्टेशन पर गलत लाइन के कारण बरौनी समस्तीपुर रूट के बदले ट्रेन बछवाड़ा हाजीपुर रेलखंड

पर जाने लगी ट्रेन के चालक जब तक कुछ समझ पाते ट्रेन विद्यापतिनगर स्टेशन के आउटर सिग्नल पर पहुँच गई चालक ने ट्रेन रोक रेलवे कंट्रोल को जानकारी दी बाद में ट्रेन को बैठकर वापस बछवाड़ा लाया गया 

इस दौरान सुबह के छे: बज गए बाद में छह: बज के पंद्रह मिनट पर ट्रेन को समस्तीपुर के लिए रवाना किया गया रेलवे सूत्रों ने बताया है 

कि सुबह होने के कारण ये सिम समेत स्टेशन पर तैनात कर्मी नींद में थे चुकी बछवाड़ा जंक्शन  पर ज्यादा ट्रेनों का ठहराव नहीं है और अधिकतर ट्रेन बिना रुके ही गुजरती है

अगर देखा जाए तो यह इतनी बड़ी लापरवाही है और यह बताया जा रहा है कि कर्मी जो है वो नींद में थे तो नींद की वजह से अगर आप कहीं और पहुँच जाते हैं तो इसका हर्जाना और भुगतान कौन देगा? 

जायदा  तो ये एक बहुत बड़ी बात ये है ऐसी बात है जिसे शायद लोग भूल नहीं पाएंगे और हमेशा इस बात को याद रखेंगे कि बिहार में एक ट्रेन ऐसी थी 

जिसे पहुंचना समस्तीपुर था और वह गलत रूट पकड़ चुकी थी वहीं अब ऐसा भी माना जा रहा है कि रेलवेकर्मियों की नींद में रहने के कारण गलत ट्रैक बना दिया गया

फलस्वरूप पूरी स्पीड से आ रही अमरनाथ एक्सप्रेस ट्रेन ट्रैक बदलकर विद्यापतिनगर पहुँच गई तत्काल इस मामले में दो एसएम को निलंबित कर दिया गया है पूरे मामले में जांच का आदेश दिया गया है 

जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वाले अन्य गर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी लेकिन कैसी? गलत ये है कि अगर उस ट्रैक पर कोई दूसरी ट्रेन आ रही होती तो कितना बड़ा हादसा हो सकता था 

इस बारे में भी सोचना होगा क्योंकि एक ऐसा मामला है जिसमें की आपको पता है कि ट्रेन में कितने लोग सवार होते हैं

अगर ऐसा कोई भी दुर्घटना हो जाता तो कितने लोगों की जान और माल की हताहत होती, इसके बारे में अंदाजा लगाकर भी रूह कांप जाएगी