Muzaffarpur Jila Bihar

Muzaffarpur Jila Bihar,मुजफ्फरपुर जिला बिहार,मुजफ्फरपुर का पुराना नाम क्या था?

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बिहार का मुजफ्फरपुर जिला इन कुछ वर्षों से छोटे बड़े उतार चढाव स गुजरा है पर विकास की रफ्तार ने  Muzaffarpur जिला की  तस्वीर बदल  कर रख दिया है Muzaffarpur सिटी आज 

मॉडर्न शहर के रूप में पूरी तरह बदल गया है इतना जरूर है कि यह की ऐतिहासिक प्लेस को आज भी संभाल कर रखा गया है मुजफ्फरपुर जिला के बाबा गरीब नाथ मंदिर जुब्बा साहनी पार्क का खूबसूरत नजारा मुजफ्फरपुर शाह की दरगाह शरीफ और जहां के लीची गार्डन ने  मुजफ्फरपुर जिला का तस्वीर दी है

जिस पर आज मुजफ्फरपुर के वासी इस पर इतरा सकती हैं मुजफ्फरपुर जिला ने अपने विकास और विस्तार की अधिक मंजिलों को तय किया है और यह यात्रा बहुत ही शानदार रहा है

पर हमारे मन में यह सवाल उठता है कि आखिर हमारे मुजफ्फरपुर जिला की क्या खासियत है और इस जिले में क्या-क्या ऐतिहासिक प्लेस है तो आइए जानते हैं मुजफ्फरपुर जिला के वासी होने के नाते हम इसकी कुछ ऐसे पहलुओं पर नजर डालते हैं तो सच में काफी दिलचस्प है 

नमस्कार  दोस्तों बहुत-बहुत स्वागत है आपका हमारे goldenBihar पर आज मैं आपको बिहार के मुजफ्फरपुर जिला की कुछ खास बातों के बारे में आपके साथ में क्योंकि सी जानकारी शेयर करेंगे करके मुजफ्फरपुर जिला बिहार का एक ऐसा जिला है जो पूर्वी भारत के बिहार राज्य में स्थित बिहार के 38 जिलों में से एक मुजफ्फरपुर जिला के नाम से जाना जाता है

यह जिला बिहार के उत्तर भाग की  और का जिला कहलाता है इस जिले का हेड क्वार्टर मुजफ्फरपुर शहर में मौजूद है मुजफ्फरपुर तिल्हुत डिवीजन के अंतर्गत आता है और तिल्हुत डिवीजन का हेड क्वार्टर पी मुजफ्फरपुर में ही मौजूद है 

मुजफ्फरपुर जिला पहले तिल्हुत  का हिस्सा हुआ करता था लेकिन अब मुजफ्फरपुर को किस जिला से अलग करके एक नया जिला बनाया गया था इस जिले का गठन साल 1875 में तिल्हुत के बंटवारे के बाद किया गया था साल 1972 तक शिवहर जिला सीतामढ़ी जिला और वैशाली जिला मुजफ्फरपुर जिले का हिस्सा हुआ करता था.

मुजफ्फरपुर  जिला के पश्चिम भाग की ओर बिहार का सारन जिला पश्चिम से उत्तर की ओर बिहार का पूर्वी चंपारण जिला बिहार पूर्वी की ओर  दरभंगा जिला दर्चिन भाग की ओर  बिहार का वैशाली जिला दर्चिन से पर्वी की ओर बिहार का समस्तीपुर जिला उत्तर बिहार का सीतामढ़ी जिला से घिरा हुआ है

Muzaffarpur Jila Bihar
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मुजफ्फरपुर का मौजूदा नाम ब्रिटिश राजवंश के तहत एक अमिल मुजफ्फर खान के नाम पर रखा गया है यह जिला हिंदू और मुस्लिम पर जीवों का मिलन स्थल के रूप में जाना जाता है दोनों धर्मों के रंग यह गहरे  मिले हुए हैं इसलिए इस इलाके की संस्कृति की पहचान भी है अपने उपजाव खेती के लिए और स्वादिष्ट फलो के सुवाद के  लिए मुजफ्फरपुर को देश-विदेश में स्वीट सिटी के नामों से भी जाना जाता है.

मुजफ्फरपुर जिला के मुख्य नदी का नाम गंडक नदी बागमती नदी और लखनदेई नदी गंडक नदी के किनारे पर बसा ये जिला बिहार की राजधानी पटना से महज 71 किलोमीटर की दूरी पर है  और देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 1064 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है

  • Muzaffarpur Jila में कितने अनुमंडल है 

Muzaffarpur Jila में 2 अनुमंडल 16 ब्लॉक 2 लोकसभा से 11 विधानसभा 29 पुलिस स्टेशन 428 डाक घर एक नगर निगम 3 3 नगर पंचायत 385  ग्राम पंचायत और 1811 गाव में बटा है 

चेत्र्फल की  की बात करें तो जिले का क्षेत्रफल

3173  वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है मुजफ्फरपुर जिला के रहने वाले परिवारों की कुल संख्या 945700 के करीब है आबादी की बात करें तो मुजफ्फरपुर जिला की कुल आबादी 4801000 के करीब है 

 इस जिले में हिंदू धर्म की आबादी 4030000 है यानी कि 84% और मुस्लिम धर्म की आबादी 750000 थी करीब है यानी कि 16% के करीब है शिक्षा की बात करें तो इस जिले में कई

ऐसे महत्वपूर्ण कॉलेज और स्कूल है जिसके माध्यम से मुजफ्फरपुर जिला के वासी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं वैसे इस जिले की साक्षरता दर 63% के करीब है मुजफ्फरपुर जिला के 4801000 की आबादी में 3045000 लोग पढ़े लिखे  है.

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 मुजफ्फरपुर जिला की आबादी के अनुसार किस जिले में 15 लाख 48 हजार दो काम करने वाले वर्कर हैं जिसमें कि पुरुष और महिला दोनों शामिल है इस जिले में काम करने वाले बढ़कर लगभग साढे 32% के करीब है वैसे मुजफ्फरपुर जिला की मुख्य व्यवसाय खेती भी है यह जिला काफी हद तक खेती अर्थव्यवस्था पर भी निर्भर करता है.

इस जिले की मुख्य फसलों का नाम धान गेहूं मक्का आम और लीची यहां के मुख्य फसल है मुजफ्फरपुर जिला आम और लीची जैसे फलों की पैदावार के लिए पूरे दुनिया भर में जाना जाता है खास कर के यहां की शाही लीची का कोई जवाब नहीं है यहां की शाही लीची मुंबई दिल्ली कोलकाता बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के अलावा विदेशों में यहां के लीची का काफी डिमांड रहता है.

इस जिले में पावर प्लांट सूती  कपड़े के कारखाने लोहे की चूड़ियां बनाने के कारखाने के अलावा कई और छोटे बड़े कारखाने स्थित है जिसके माध्यम से आसपास के लोगों को रोजगार मोहहिया प्रदान  करवाता है.

 

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