Gaya District Bihar | ज़िला गया, बिहार बिओग्रफी
गया भारत के बिहार राज्य के गया जिले में स्थित एक नगर है यह जिले का मुख्यालय और बिहार राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है इस नगर का हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म में गहरा ऐतिहासिक महत्व है शहर का उल्लेख रामायण और महाभारत में भी मिलता है गया तीन ओर से छोटी व पथरीली पहाड़ियों से घिरा है, जिनके नाम मंगला गौरी, शृंग स्थान, रामशिला और ब्रह्मयोनी है नगर के पूर्व में फल्गु नदी बहती है.
वाराणसी की तरह ही गया की प्रसिद्धि मुख्य रूप से धार्मिक नगरी के रूप में है पितृपक्ष के अवसर पर यहाँ हज़ार श्रद्धालु पिंडदान के लिए जुड़ते हैं गया सड़क रेल और वायुमार्ग द्वारा पूरे भारत से जुड़ा है गया से सत्रह किलोमीटर की दूरी पर बोधगया स्थित है, जो बौद्ध धर्म तीर्थ स्थल है और यही बोधिवृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी गया मध्य बिहार का एक महत्वपूर्ण शहर है,
Gaya District Bihar
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जो फल्गु नदी के तट पर स्थित है यहाँ का मौसम मिलाजुला है गर्मी के दिनों में यहाँ काफी गर्मी पड़ती है और ठंड के दिनों में औसत सर्दी होती है मॉनसून का भी यहाँ के मौसम पर व्यापक असर होता है, लेकिन वर्षा ऋतु में यहाँ कद्र से काफी रोचक होता है गया का उल्लेख महाकाव्य रामायण में भी मिलता है गया मौर्य काल में एक महत्वपूर्ण अगर था खुदाई के दौरान सम्राट अशोक से संबंधित आदेश पत्र पाया गया है
मध्यकाल में बिहार मुगल सम्राटो के अधीन था मुगल काल के पतन के उपरान्त गया पर अंग्रेजों ने राज्य किया मेगास्थनीज की इंडिका फ़ाहियान तथा फेनसांग के यात्रावर्णन में गया का एक समृद्ध धर्म क्षेत्र के रूप में वर्णन है गया बिहार के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थानों में से एक है यह शहर खासकर हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए काफी प्रसिद्ध है यहाँ का विष्णुपद मंदिर पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है पुरानो के अनुसार भगवान विष्णु के पांव के निशान पर इस मंदिर का निर्माण कराया गया है.
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ज़िला गया, बिहार बिओग्रफी
हिंदू धर्म इस मंदिर को अहम स्थान प्राप्त है गया पितृ दान के लिए भी प्रसिद्ध है कहा जाता है कि यहाँ फल्गु नदी के तट पर पिंडदान करने से मृत व्यक्ति को बैकुण्ठ की प्राप्ति होती है सूर्य मंदिर प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के बीस किलोमीटर और रेलवे स्टेशन से तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित है भगवान सूर्य को समर्पित यह मंदिर सोना नदी के किनारे स्थित है दीपावली के छह दिन बाद बिहार के लोकप्रिय पर्व छठ के अवसर पर यहाँ तीर्थ यात्रियों की जबरदस्त भीड़ होती है इस अवसर पर यहाँ मेला भी लगता है अन्य पवित्र स्थानों में रामानुजम आठ बाबा सिद्धनाथ जामा मस्जिद बिथोशरीफ बाना बार पहाड़ गया से लगभग बीस किलोमीटर उत्तर बेलागंज से दस किलोमीटर पूरब में स्थित है.
इसके ऊपर भगवान शिव का मंदिर है जहाँ हर वर्ष हजारों श्रद्धालु सावन के महीने में जल चढ़ाते हैं कोटेश्वरनाथ या अति प्राचीन शिव मंदिर मोरहर दरधा नदी के संगम किनारे मेन मंझार गांव में स्थित है यहाँ हर वर्ष शिवरात्रि में मेला लगता है ब्रह्मयोनी पर्वत इस पहाड़ी की चोटी पर चढ़ने के लिए चार सौ चालीस सीढ़ियों को पार करना होता है इसके शिखर पर भगवान शिव का मंदिर है यहाँ पिंडदान किया जाता है बराबर गुफा माँ तारा मंदिर और प्रसिद्ध बोधगया, जहाँ भगवान बुद्ध को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी इन धार्मिक स्थलों में प्रमुख हैं, और भी यहाँ घूमने लायक बहुत सारी जगह है आप यहाँ किसी भी मौसम में आ सकते हैं
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