bihar ka Switzerland

bihar ka Switzerland,बिहार का सबसे खुबसूरत जिला ये है,देखिये बिहार का स्विज़रलैंड

बिहार इतना खुबसूरत है की आप को इससे मोहब्बत हो जाएगा हो सकता है कि आप इस पर विश्वास ना करें क्योंकि आपने तो बिहार को टीवी और अखबारों की नजर से देखा है इसलिए बिहार को अपराध वाली जगह बताया जाता है।

bihar ka Switzerland,बिहार का सबसे खुबसूरत जिला ये है,देखिये बिहार का स्विज़रलैंड

क्यों की  बिहार में सिर्फ लूटपाट डकैती खून खराबा और भुखमरी होता है मेरे दोस्तों बिहार में अपराध से भी इधर एक  दुनिया है, जिससे आपको प्यार होना चाहिए बिहार में बहुत सारे जगह हैं इनको आपको देखना चाहिए इनको देखने के बाद आपकी बिहार को लेकर जोधारणा है वह बदल जाएगी वैसे भी बिहार के अलावा बहुत सारे ऐसे राज्य हैं जहां पर अपराध हैं बिहार ही  एक ऐसा राज्य नहीं है जहा पर अपराध होते हैं।

बल्कि दूसरे प्रदेशों की तरह लो और आर्डर पर काम चलता है लेकिन लोगों के दिमाग में यह ठूस दिया गया है कि बिहार में सिवाय  लूटपाट और अपराध के कुछ नहीं है लेकिन आज हम आपको दुनिया दिखाने जा रहे हैं।

वह बिहार  की बहुत ही प्यारी सी दुनिया है आपको एक बेहद सुंदर जगह के बारे में बताते हैं कैमूर पहाड़ी कैमूर बिहार का एक जिला है, जहां पर कई खुबसूरत और  ऐतिहासिक जगह बिहार में श्रीफ कैमूर ही नहीं है,

बल्बकि हुत सारे जगह हैं इसे देखने के बाद शायद आप रोमांचित हो जाएंगे ,गया कि बात करें या फिर राजगीर  की बात करें यहां पर सब कुछ मिलेगा लेकिन आज हम बात करेंगे सिर्फ कैमूर कैमूर बिहार का एक जिला है जहां पर खुबसूरत और  और ऐतिहासिक जगह है इसी जिले में खूबसूरत नजारों से भरी  कैमूर की पहाड़ी है जहा कल कल बहती नदिया है आसमान जसे झरने है।bihar ka Switzerland

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मंदिर और ऐतिहासिक किले भी है  आप जब अपने कदमों से इस खूबसूरत पहाड़ को नापेंगे  तब आपको यह पल  सबसे खूबसूरत लगेगा और बाकी सब कुछ फीका नजर आएगा जहां की लहर आती हवा आपका मन खुश कर देगी और दूर तलक आसमान में डूबते सूरज को देख कर आप इस बिहार को अच्छे से समझ लेंगे तो चली आज बिहार की खूबसूरत कैमूर की सेहर पर चलते हैं हम बिहार कैमूर पहाड़ी की बात कर रहे हैं।

वोह विंध्य रेंज का पूर्वी हिस्सा है यह पहाड़ी लगभग 483 किलोमीटर में फैली हुई है मध्यप्रदेश के जबलपुर से लेकर बिहार में रोहतास सासाराम तक है इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर को भी छू लेती है सासाराम से कैमूर की दूरी 72 किलोमीटर है और गया से कैमूर लगभग 200 किलोमीटर दूर है कैमूर बिहार के लिए किसी कुदरत के करिश्मे से कम नहीं है यहां पर देखने के लिए बहुत कुछ है कैमूर को देखने के लिए आपको लंबा वक्त निकालना पड़ेगा कैमूर बिहार के सिर का ताज है चलिए आज इसके कुछ क्रिस्माये के बारे में  जानते हैं

देखिये बिहार का स्विज़रलैंड

कैमूर की पहाड़ी पर स्थित रोहतासगढ़ किला बिहार के सबसे खूबसूरत नागिनो  में से एक है पहाड़ों के बीचो-बीच बनाइए किला किस जगह की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है कहा जाता है इस किले को राजा हरिश्चंद्र के बेटे रोहित आज तूने बनाया था बाद में इसका बेहतर तरीके से निर्माण  राजा मानसिंह ने करवाया रोहतास शहर से 40 किलोमीटर दूर कैमुर की पहाड़ी पर इस किले  को  हर किसी को देखना चाहिए ।

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यकीन मानिए जब आप  यहां आएंगे तो आपका दिल खुश हो जाएगा इसी खूबसूरत कैमूर पहाड़ी के बीच एक मंदिर भी है जिसे चौराहा सन मंदिर कहां जाता है, 84 पीढ़ियों को चढ़कर जब आप इस मंदिर में पहुंचेंगे तो आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे वादियों के बीच इस मंदिर की घंटी आवाज आपको अच्छी लगेगी रोहतासगढ़ से चौराहा सन मंदिर 6 किलोमीटर की दूरी पर है, इस मंदिर का आर्किटेक्चर भी बेहद खूबसूरत है कहा जाता है।

 राजा हरिश्चंद्र ने  संतान की प्राप्ति के मंदिर बनवाया था अगर आप शहर की बिजी  जिंदगी से कुछ वक्त के लिए शांति और सुकून चाहते हैं तो कैमूर पहाड़ी में स्थित चोरासन  मंदिर आपका इंतजार कर रहा है कैमूर अपने उचे उचे  पहाड़ों के लिए जाना जाता है इन्हीं पहाड़ों और जंगलों के बीच तिलहर कुंड वॉटरफॉल है। 

वाटरफॉल कैमूर पहाड़ी के सबसे खूबसूरत झरनों  में से एक है यह वाटरफॉल भभुआ से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर है इस  वाटर फॉल को देखने कम ही लोग आते हैं क्योंकि यह जंगलों के बीच है लेकिन इतनी खूबसूरत है की  एक बार देख लेंगे हमेशा आएंगे वाटरफॉल के चारों तरफ पहाड़  और जंगल है जो बेहद खूबसूरत है बिहार के कैमूर पहाड़ी जाए तो तेल्जहाद्रूकुंद वोतेर्रफ्ल जरुर  देखिए।

कैमूर अपने खूबसूरती  लिए ही तो जाना जाता है इसके अलावा यहां पर कई मंदिर हैं इनमें से मां मुंडेश्वरी मंदिर एक ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर है, इस मंदिर को सातवीं सदी में राजा उदय सिंह ने बनवाया था यह देवी पार्वती का मंदिर है इसके अलावा भगवान शिव और गणेश की मूर्ति है इस मंदिर में रक्तहीन बलि की प्रथा है इस मंदिर को आर्कोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया ने संरक्षित किया है।

आपको एक बार कैमूर  जरूर जाना चाहिए और वहां माँ मुंडेश्वरी मंदिर जाना चाहिए।कैमूर  पहाड़ी में शानदार नजारो से भरा    रोहतासगढ़ किला तो है ही इसके अलावा एक और किला है जिससे आपको देखना चाहिए कैमूर पहाड़ी पर स्थित शेरगढ़ किले को शेरशाह सूरी ने बनवाया था यह किला अपनी बनावट के लिए जाना जाता है इस किले को पहाड़ी के अंदर बनाया गया था इस किले में राजा अपने परिवार औरसेनिको  के साथ रहते थे।

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जिले के सबसे अंतिम छोर से आपको कैमूर की खूबसूरती देखने को मिलेगी कैमूर पहाड़ी खूबसूरत और मनमोहक नजारो के  जाना जाता है इसी कैमूर पहाड़ी की खूबसूरती में चार चांद लगाती है दुर्गावती नदी कैमूर पहाड़ी में तमामझीले  और वाटरफॉल है जो दुर्गावती नदी का हिस्सा है

शेरगढ़ किले के पास से बहती दुर्गावती नदी इसको और खूबसूरत बना देती है दुर्गावती नदी उपमा  पहाड़ी से निकलती है जो आगे चलकर कैमूर पहाड़ी से होकर जाती है कर्मनाशा नदी  में मिल जाती है।

दुर्गावती नदी को दुगति भी बोलते है कैमूर पहाड़ आये तो इस नदी के किनारे कुछ फुर्सत के पल जरूर बताएं कैमूर पहाड़ी अपने घने जंगलों और पहाड़ों के लिए जाना जाता है कैमूर पहाड़ी की इन जगहों  को बरसात का समय सबसे बेस्ट है।

इसके अलावा आप सर्दियों में भी क्या सकते हैं अगर आप कैमूर जाने का प्लान बना रहे हैं तो अगस्त से सितंबर और  दिसंबर से जनवरी के बीच में जाए अगर आप कैमूर  ट्रेन से जाना चाहते हैं।

तो आप के लिए सबसे नजदीकी स्टेशन भभुआ रेलवे स्टेशन है,भभुआ से से कैमूर से 10 किलोमीटर की दूरी पर है आप टैक्सी बुक करके भी भभुआ कैमूर पहुंच सकते हैं एक बार तो आपको इस खूबसूरत जगह को जरूर देखना चाहिए। 

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